गाजा में फिलीस्तीनियों की मौत का आंकड़ा 28 हजार के करीब: मंत्रालय

गाजा
हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गाजा पट्टी में चल रहे इजरायली हमलों में मरने वाले फिलीस्तीनियों की संख्या बढ़कर 27,947 हो गई है।

समाचार एजेंसी श‍िन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने  एक प्रेस बयान में कहा कि पिछले साल अक्टूबर में इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से तटीय इलाके में 67,459 फिलिस्तीनी घायल हुए हैं।

मंत्रालय ने कहा कि इजरायली बलों ने पिछले 24 घंटों में 107 फिलिस्तीनियों को मार डाला और 142 अन्य को घायल कर दिया। मंत्रालय ने कहा कि भारी बमबारी और नागरिक सुरक्षा और एम्बुलेंस कर्मचारियों की कमी के बीच कुछ मृतक मलबे के नीचे हैं।

फ़िलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इज़रायली विमानों ने अल-रिमल, अल-सबरा, अल-ज़ायतून, ताल अल-हवा और शेख अजलिन सहित गाजा शहर के पड़ोस में कई घरों को निशाना बनाकर बमबारी की।

सूत्रों ने श‍िन्हुआ को बताया कि इजरायल की बमबारी के कारण एम्बुलेंस लक्षित स्थानों तक पहुंचने में असमर्थ हैं।

इस बीच, चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि गाजा के सबसे दक्षिणी शहर राफा में दो घरों को निशाना बनाकर किए गए हमले में कम से कम आठ फिलिस्तीनी मारे गए।

पैरामेडिक्स के अनुसार, दक्षिणी गाजा के सबसे बड़े शहर खान यूनिस में, इजरायल की बमबारी के परिणामस्वरूप कई युवा मारे गए।

इसके अलावा, मध्य गाजा के दीर अल-बलाह शहर में एक घर पर इजरायली विमानों द्वारा बमबारी के परिणामस्वरूप कई फिलिस्तीनी मारे गए और कुछ अन्य घायल हो गए।

मिस्र ने गाजा संघर्ष की शुरुआत से ही राफा क्रॉसिंग को खोला

काहिरा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान के जवाब में मिस्र के राष्ट्रपति ने कहा है कि मिस्र ने इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से ही गाजा पट्टी में मानवीय सहायता के लिए राफा क्रॉसिंग को खोल दिया है।

समाचार एजेंसी श‍िन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने  कहा, "मिस्र ने अपने और अन्य देशों से बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता और राहत जुटाई है।" उन्होंने कहा कि इजरायल द्वारा क्रॉसिंग के फिलिस्तीनी हिस्से पर चार बार बमबारी ने सहायता वितरण प्रक्रिया को बाधित किया।

पत्रकारों से बात करते हुए बाइडेन ने कहा, "शुरुआत में मेक्सिको के राष्ट्रपति सिसी मानवीय राहत सामग्री को अंदर आने की अनुमति देने के लिए क्रास‍िंंग नहीं खोलना चाहते थे।" उन्होंने गलती से मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी को मेक्सिको नेता कह दिया।

बयान में जोर देकर कहा गया, "मिस्र ने गाजा में राहत सामग्री के प्रवाह को सुचारू करने और इसे बढ़ाने के लिए भारी दबाव और चुनौतियों का सामना किया।" बयान में कहा गया कि गाजा को प्रदान की गई 80 प्रतिशत सहायता मिस्र सरकार, लोगों और नागरिक समाज से आई।

बयान में युद्धविराम पर पहुंचने और नागरिकों की सुरक्षा के लिए मिस्र के प्रयासों को दोहराया गया।

गौरतलब है कि दक्षिणी इज़राइल पर प‍िछले साल 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इज़राइल गाजा में हमास के खिलाफ सैन्य अभियान चला रहा है।

हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गाजा की इजरायली नाकेबंदी और बमबारी में अब तक लगभग 28,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।

एर्दोगन ने गाजा में इजरायली हमले के खिलाफ इस्लामिक देशों से एकजुट होने का क‍िया आग्रह

इस्तांबुल
 तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन ने गाजा पट्टी में चल रहे इजरायली हमले के जवाब में इस्लामिक देशों से एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया है।

समाचार एजेंसी श‍िन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने  इस्तांबुल में इस्लामिक सहयोग युवा मंच की पांचवीं महासभा को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।

एर्दोगन ने कहा, "हम अपने राजनयिक संपर्क जारी रख रहे हैं, ताकि इस्लामिक देश गाजा में इजरायली क्रूरता के खिलाफ मिलकर कार्रवाई कर सकें।"

राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश "यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है कि मानवता के खिलाफ अपराध और इज़रायल द्वारा किए गए युद्ध अपराधों को अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में नजरअंदाज न किया जाए।"

उन्होंने एक स्वतंत्र, संप्रभु और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना का समर्थन करने के लिए तुर्की की प्रतिबद्धता दोहराई।

एर्दोगन ने कहा, "हम अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे जब तक 1967 की सीमा पर एक स्वतंत्र और क्षेत्रीय रूप से एकीकृत फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना नहीं हो जाती, जिसकी राजधानी पूर्वी येरुशलम हो।"

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button