उत्तर प्रदेश की राजधानी में लखनऊ एयरपोर्ट के नए टर्मिनल टी-3 का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया

लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी में लखनऊ एयरपोर्ट के नए टर्मिनल टी-3 का शुभारंभ रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने आजमगढ़ से वर्चुअली इसकी शुरुआत की। इसी के साथ उन्होंने लखनऊ से राज्य के पांच जिलों की सस्ती 'उड़ान' सेवाओं का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर अमौसी एयरपोर्ट पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह उपस्थित रहे। अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक करण अडाणी ने बताया कि चौधरी चरण सिंह अमौसी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीसीएसआईए) के एकीकृत टर्मिनल-3 (टी 3) का उद्घाटन किया गया है। इसे 2,400 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। टी-3 घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की सेवाएं प्रदान करेगा। टर्मिनल पर व्यस्ततम समय के दौरान चार हजार यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी।

उन्होंने कहा कि सीसीएसआईए के लिए हमारा दृष्टिकोण बड़ा और दूरगामी है। मास्टर प्लान का लक्ष्य सालाना 3.8 करोड़ यात्रियों को सेवा प्रदान करना है। इसके लिए हवाई अड्डे की क्षमता का विस्तार करना है। उन्होंने कहा कि इससे 13 हजार से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे। अडाणी ने कहा कि इस टर्मिनल में यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। 72 चेक-इन काउंटर (सेल्फ-बैगेज ड्रॉप के लिए 17) और 62 इमिग्रेशन काउंटर बने हैं। आधुनिक लाउंज में उनके लिए आरामदायक सुविधाएँ होंगी।

नवनिर्मित एप्रन यात्री बोर्डिंग गेटों की संख्या सात से बढ़ाकर 13 और यात्री बोर्डिंग ब्रिजों की दो से बढ़ाकर सात की जा रही है। वर्तमान में, हवाई अड्डा 24 घरेलू और आठ अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ता है। टी-3 डिजीयात्रा, सामान्य उपयोग वाले स्वयं-सेवा कियोस्क, स्वचालित ट्रे पुनर्प्राप्ति प्रणाली और उन्नत बैगेज स्क्रीनिंग मशीनों जैसी चीजें यात्रा को आसान बनाएंगी। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे पर प्रवेश द्वार से लेकर रोशनदान तक में उत्तर प्रदेश की कला और वास्तुकला की अनोखी झलक मिल रही है। चेक-इन काउंटर पर 'चिकनकारी' और 'कढ़ाई' देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो जायेंगे। फ्रॉस्टिंग पर ग्राफ़िक्स रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों की कहानियों को दर्शाया गया है।

हवाई अड्डे में मेट्रो कनेक्टिविटी, इंटरसिटी इलेक्ट्रिक बस सेवा और ऐप-आधारित टैक्सी सेवाओं के साथ एक मल्टी-मॉडल ट्रैवल हब होगा। अडाणी समूह ने छह हवाई अड्डों अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलुरु, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के संचालन, प्रबंधन और विकास के लिए सबसे ऊंची बोली लगाकर हवाई अड्डे के क्षेत्र में अपना पहला उद्यम बनाया। सभी छह हवाई अड्डों के लिए भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के साथ रियायत समझौते पर हस्ताक्षर।

एएएचएल की मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में भी 74 फीसद हिस्सेदारी है। कंपनी नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में भी 74 फीसद हिस्सेदारी रखती है। यह टर्मिनल एक साथ चार हजार यात्रियों की आवाजाही के लिए डिजाइन किया गया है। इतना ही नहीं टर्मिनल पर 14 एयरोब्रिज और 30 लिफ्ट की सुविधा है। एक अधिकारी ने बताया कि भविष्य की जरूरतों को देखते हुए अमौसी एयरपोर्ट प्रशासन एक और टर्मिनल की रूपरेखा तैयार कर चुका है। टी-3 के बन जाने के बाद चौथा टर्मिनल बनाया जाएगा, जो और भी भव्य व सुविधाओं से लैस होगा।

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