बांसुरी भी दोहराएगी माँ सुषमा जैसा डेब्यू, तब भी वकील vs वकील हुआ था

नईदिल्ली

केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली की नई दिल्ली लोकसभा सीट पर रोचक चुनावी लड़ाई है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में विपक्ष की नेता रहीं सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को इस सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं, विपक्षी इंडिया ब्लॉक की ओर से दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे सोमनाथ भारती को टिकट दिया है.

बीजेपी की बांसुरी का यह चुनावी डेब्यू है तो वहीं आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. नई दिल्ली लोकसभा सीट से बांसुरी स्वराज का चुनावी डेब्यू उनकी मां सुषमा स्वराज के पहली बार लोकसभा चुनाव में उतरने की याद दिला रहा है.

सुषमा ने जब पहली बार लड़ा था लोकसभा चुनाव

बीजेपी की फायरब्रांड नेता सुषमा स्वराज ने वैसे तो चुनावी राजनीति में कदम 1977 में ही रख दिया था जब वह हरियाणा के विधानसभा चुनाव में विधायकी का चुनाव लड़ी थीं. सुषमा तब जीतीं भी और हरियाणा सरकार में मंत्री भी बनीं. 1987 में भी विधायक बनीं और इसके बाद उनके सियासी करियर ने नया मोड़ लिया. सुषमा का कद राष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बढ़ा.

सुषमा को बीजेपी ने 1990 में राज्यसभा भेज दिया. 1990 से 1996 तक उच्च सदन की सदस्य रहीं सुषमा को बीजेपी ने 1996 के आम चुनाव में पहली बार लोकसभा के लिए टिकट दिया. हरियाणा की सियासत से राष्ट्रीय राजनीति में आईं सुषमा को बीजेपी ने दिल्ली की दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था.

पेशे से वकील रहीं सुषमा के सामने कांग्रेस ने कपिल सिब्बल को उतारा था. कपिल सिब्बल भी पेशे से वकील थे. दक्षिण दिल्ली सीट से तब सुषमा स्वराज लोकसभा चुनाव में डेब्यू कर रही थीं तो वहीं कपिल सिब्बल के लिए यह चुनावी सफर का आगाज था. यह चुनाव कपिल सिब्बल और सुषमा, दोनों ही तरफ से तल्ख प्रचार के लिए भी याद किया जाता है. तब दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग इतना आगे बढ़ गई थी कि कपिल सिब्बल ने सुषमा को कोर्ट जाने की धमकी दे दी तो बीजेपी उम्मीदवार ने भी यह कह दिया कि मैं भी काले कोट वाली हूं.

सुषमा से कितना समान बांसुरी का डेब्यू

सुषमा स्वराज और उनकी बेटी बांसुरी के पहले लोकसभा चुनाव में कई समानताएं हैं. सुषमा ने जब पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था, तब भी मुकाबला वकील बनाम वकील था. बांसुरी जब 2024 के लोकसभा चुनाव में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं, तब भी मुकाबला वकील बनाम वकील ही है.

साल 1996 के चुनाव में दक्षिण दिल्ली और 2024 में नई दिल्ली सीट पर उम्मीदवारों के बीच एक समानता यह भी है कि तब सुषमा स्वराज के सामने भी ऐसा उम्मीदवार था जो पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहा था. अब बांसुरी के सामने भी ऐसा ही उम्मीदवार है जो पहली ही बार लोकसभा चुनाव लड़ रहा है.

नई दिल्ली सीट पर कब है मतदान

गौरतलब है कि केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं. दिल्ली की सभी सात सीटों पर  मतदान सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 25 मई को होगा. वोटों की गिनती 4 जून को होगी और उसी दिन नतीजे आएंगे. बीजेपी ने दिल्ली की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं तो वहीं विपक्षी इंडिया ब्लॉक की ओर से चार सीटों पर आम आदमी पार्टी और तीन सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में हैं. 2019 में दिल्ली की सभी सीटें बीजेपी ने जीती थीं.

 

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