यमन की हाइपरसोनिक मिसाइल, इजरायल की ओर जा रही थी फिर…

तेलअवीव
यमन ने इजरायल पर हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल Palestine-2 से हमला किया. मध्य इजरायल में सायरन बजने लगे. इस मिसाइल के साथ जुल्फिकार (Dhu Al-Fiqar) मिसाइल से भी हमला किया गया. पूरे मध्य इजरायल में हड़कंप मच गया. लोग छिपने लगे. भागने लगे.

इसके बाद इजरायल के एरो एयर डिफेंस सिस्टम ने इस हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल को वायुमंडल के ऊपर ही खत्म कर दिया. जिसके जलते हुए टुकड़े जब इजरायल के ऊपर आए तो सायरन काफी देर तक बजता रहा. लोगों को लगा कि मिसाइलें गिर रही हैं. हूतियों का कहना है कि उन्होंने दो मिसाइलें दागीं. दोनों जाफा और इलात के मिलिट्री टारगेट पर गिरी हैं. जुल्फिकार मिसाइल कहां गिरी, इसकी डिटेल यमन ने नहीं दी.

हूतियों ने पिछले एक साल में इजरायल के ऊपर 220 से ज्यादा बैलिस्टिक, क्रूज मिसाइलें और ड्रोन्स दागे हैं. इनका हमला ज्यादातर दक्षिणी इजरायली शहर इलात में होता है. इजरायल ने कहा कि हूतियों ने तीन मिसाइलें दागी थीं, दो को हवा में नष्ट कर दिया गया. तीसरी खुले इलाके में गिरी.

अब जानिए यमन के हाइपरसोनिक मिसाइल की ताकत…

कुछ दिन पहले ही यमन ने Palestine-2 हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल से तेल-अवीव पर हमला किया था. यह मिसाइल मात्र 11 मिनट में 2040 km की दूरी तय करके टारगेट पर पहुंच गई थी. इसकी अधिकतम गति 19756 km/hr है. यानी इसे रोकबेहद मुश्किल है. लेकिन इजरायल के एरो एयर डिफेंस सिस्टम ने इस बार इस मिसाइल को वायुमंडल में ही खत्म कर दिया. जबकि इस मिसाइल की रेंज 2150 किलोमीटर है.

   Palestine-2 मिसाइल बीच रास्ते में दिशा बदल सकती है. मतलब एयर डिफेंस सिस्टम से आने वाली इंटरसेप्टर मिसाइलों को हवा में ही धोखा देकर तेज गति से आगे बढ़ सकती है. हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर 15 सितंबर 2024 को कई हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमला किया था.   

क्या होती हैं हाइपरसोनिक मिसाइल?

हाइपरसोनिक मिसाइल वो हथियार होती हैं, जो ध्वनि की गति से पांच गुना ज्यादा गति में चले. यानी कम से कम मैक 5. साधारण भाषा में इनकी गति 6100 km/hr या उससे ज्यादा होती है. इनकी गति और दिशा में बदलाव करने की क्षमता इतनी ज्यादा सटीक और ताकतवर होती हैं कि इन्हें ट्रैक करना और मार गिराना असंभव होता है.

 

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