वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय में “गणित, विज्ञान और भाषाविज्ञान के अंतर्विषयी परिप्रेक्ष्य” पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
भोपाल
आज दिनांक 5 दिसम्बर 2024 को वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय में "गणित, विज्ञान और भाषाविज्ञान के अंतर्विषयी परिप्रेक्ष्य" पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राकेश आर्य, मुख्य वैज्ञानिक एवं पूर्व महानिदेशक, मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् उपस्थित रहे। सत्र की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद सम्मेलन की आयोजन सचिव डॉ. अक्षरा मकड़ारिया ने स्वागत भाषण दिया। डॉ. देबाशीष अधिकारी, डीन, फैकल्टी अफेयर्स ने अभिनंदन भाषण दिया। रजिस्ट्रार के.के. नायर ने सभा को संबोधित किया।
वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सेंथिल कुमार अरुमुगम ने अपना संबोधन देते हुए वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से हुए विकास की जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि 7 वर्षों की छोटी अवधि में वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय के उद्धरणों की कुल संख्या 12000 से अधिक है। वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों द्वारा अब तक कुल 2020 रिसर्च पेपर प्रकाशित किए गए हैं। उन्होंने 28 पुस्तकें प्रकाशित की हैं और 48 पेटेंट/डिज़ाइन पंजीकरण प्राप्त किए हैं। वीआईटी भोपाल मध्य भारत के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में से एक है और यह अपने भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रमों और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से सर्वोत्तम तकनीकी शिक्षा प्रदान करता है।
अपना उद्घाटन भाषण देते हुए मुख्य अतिथि डॉ. राकेश आर्य, मुख्य वैज्ञानिक, पूर्व महानिदेशक, मध्य प्रदेश कॉउन्सिल ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र और इसके माध्यम से अंडरग्रेजुएट्स को भी अनुसंधान के अवसर प्रदान करने की सराहना की। उन्होंने उल्लेख किया कि यह पीढ़ी, जो कि जेन जी कही जाती है, देश को अगले स्तर पर ले जाएगा और वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय उन्हें आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विश्वविद्यालय में तैयार हो रहे ऐसे उच्च प्रशिक्षित मानव संसाधन से प्रदेश लाभान्वित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि गणित, विज्ञान और भाषाविज्ञान को जोड़ने वाले इस सम्मेलन का अनूठा विषय छात्रों और प्रतिभागियों को "एसटीईएम" (STEM) के इस अज्ञात लेकिन महत्वपूर्ण क्षेत्र को समझने और योगदान करने का अवसर प्रदान करेगा। उद्घाटन समारोह में संयोजक डॉ. अनंत कांत शुक्ला, डॉ. शरद चंद्र त्रिपाठी, डॉ. सौम्य शंकर घोष, डीन, निदेशक, शिक्षक गण, कर्मचारी और छात्र उपस्थित रहे। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में 8 मुख्य वार्ताएँ, 9 आमंत्रित वार्ताएँ, 50 शोध पत्र आगामी दिनों में प्रस्तुत किए जाएंगे और स्प्रिंगर प्रकाशन द्वारा ये शोध पत्र प्रकाशित किए जाएंगे। यह सम्मेलन अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन, डीएसटी, भारत सरकार तथा तकनीकी रूप से मध्य प्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, भोपाल, मध्य प्रदेश द्वारा प्रायोजित है और स्प्रिंगर के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।