सैमसन और पांडे को नहीं मिली विजय हजारे ट्रॉफी में जगह
विशाखापत्तनम
21 दिसंबर से शुरू होने वाली विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के लिए संजू सैमसन को केरला की टीम से बाहर कर दिया गया है। यह क़दम इस वजह से उठाया गया है क्यों कि केरल क्रिकेट संघ (केसीए) ने कैंप में शामिल खिलाड़ियों में से ही टीम चुनने को देखा, जिसकी वजह से सैमसन ने नाम वापस ले लिया।
सैमसन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी 2024-25 में केरल का नेतृत्व किया था, जहां वह अपने छह मैचों में से चार जीतकर नॉकआउट के लिए क्वालिफ़ाई करने से चूक गए थे। सैमसन का नाम 30 सदस्यीय संभावित सूची में था, लेकिन उनको अब 19 सदस्यीशय टीम में नहीं चुना गया।
ईएसपीएन क्रिकइंफो को पता चला है कि सैमसन ने शिविर के लिए अपनी अनुपलब्धता के बारे में एसोसिएशन को लिखा था, लेकिन केसीए ने अपने पहले के ही निर्णय पर कायम रहने का फै़सला किया है। सीनियर बल्लेबाज़ सचिन बेबी भी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी के दौरान लगी चोट के कारण अनुपलब्ध हैं, बल्लेबाज़ सलमान निज़ार को 50 ओवर के टूर्नामेंट का कप्तान बनाया गया है। सैमसन ने दक्षिण अफ़्रीका के दौरे पर दो टी20 शतक लगाए थे और वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में केरल के लिए छह में से पांच मैच खेले थे जहां पर उन्होंथने 135 रन बनाए थे
केरल टीम : सलमान निज़ार (कप्तान), रोहन कुन्नुनमल, शॉन रॉजर, मोहम्मुद अज़हरुद्दीन (विकेटकीपर), आनंद कृष्णेन, कृष्णाु प्रसाद, जलज सक्से ना, आदित्य् सरवटे, सिजोमॉन जोसेफ़, बासिल थंपी, बासिल एनपी, निधीश एमडी, ईडन एप्पणल टॉम, शरफ़ुद्दीन, अखिल सकारिया, विश्वेथश्व र सुरेश, वैशाक चंद्रन, अजनस एम (विकेटकीपर)
मनीष पांडे से आगे बढ़ी कर्नाटक
इस बीच, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ की चयन समिति के अध्यक्ष जे अभिराम के अनुसार, कर्नाटक के कुछ खिलाड़ियों के साथ आगे बढ़ने का फ़ैसला लिया गया है। कई वरिष्ठ खिलाड़ी रीसेट करने की कोशिश में हैं। जिन लोगों पर विचार नहीं किया गया उनमें सीनियर बल्लेबाज़ मनीष पांडे भी शामिल हैं।
कर्नाटक का मानना है कि इस समय पांडे का बाहर जाना पूरी तरह से उनकी फ़ॉर्म की वजह से है और वापसी की संभावना “कठिन” लगती है। पांडे पांच पारियों में केवल 117 रन ही बना सके क्योंकि कर्नाटक सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी नॉकआउट में जगह बनाने में असफल रहा; वे आठ टीमों के पूल में बड़ौदा और सौराष्ट्र से हारकर चौथे स्थान पर रहे।
एसोसिएशन ने यह भी कहा है रणजी ट्रॉफ़ी 2024-25 के पहले हिस्सेम में मयंक अग्रवाल के उप-कप्तान रहे पांडे पर आगे भी विचार नहीं किया जाएगा। पांडे छह पारियों में एकमात्र अर्धशतक बनाने में सफल रहे, जबकि कर्नाटक को नॉकआउट के लिए क्वालिफ़ाई करने के लिए किसी चमत्कार की ज़रूरत थी।
अगर पांडे ने वास्तव में अपना आखिरी मैच खेला है, तो यह उनके शानदार करियर के अंत का प्रतीक है, जिसमें वह कई सफे़द गेंद चैंपियनशिप जीतने के अलावा, दो रणजी ट्रॉफ़ी विजेता टीमों (2013-14 और 2014-15) का हिस्सा थे। दिलचस्प बात यह है कि कर्नाटक ने उनके नेतृत्व में 2018-19 और 2019-20 में लगातार फ़ाइनल में प्रवेश किया।
पांडे के नाम 118 प्रथम श्रेणी मैचों में 50.78 की औसत से 25 शतकों के साथ 7973 रन हैं। कुल मिलाकर, सफे़द गेंद के प्रारूपों में उनके नाम 13,000 से अधिक रन हैं। पिछले महीने उन्हें 2025 सीज़न से पहले मौजूदा आईपीएल चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा फिर से लिया गया था।
ओपनर बल्लेबाज आर समर्थ सभी प्रारूपों में खेलने के लिए उत्तराखंड चले गए हैं, लेकिन कर्नाटक में वह ऐसा करने में सक्षम नहीं थे क्योंकि चयनकर्ता उन्हें लाल गेंद विशेषज्ञ के रूप में मानते थे। लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल एक सीज़न के लिए केरल चले गए थे, लेकिन तब से कर्नाटक में लौट आए हैं।
कर्नाटक टीम : मयंक अग्रवाल (कप्तान), श्रेयस गोपाल (उप-कप्तान), एस निकिन जोस, केवी अनीश, आर स्मरण, केएल श्रीजीत, अभिनव मनोहर, हार्दिक राज, विशाक विजयकुमार, वासुकी कौशिक, विद्याधर पाटिल, किशन बेदारे, अभिलाष शेट्टी, मनोज भंडागे, प्रवीण दुबे, लवनित सिसौदिया।