कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस के बीच सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा अमेठी पहुंचे

 नई दिल्ली

गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली और अमेठी में पांचवे चरण में 20 मई को मतदान होना है. इन सीटों के लिए नामांकन की अंतिम तारीख भी करीब आ चुकी है. नॉमिनेशन के लिए अब बस दो दिन का समय बचा है लेकिन दोनों ही सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस है. टिकट को लेकर सस्पेंस के बीच सोनिया गांधी के क्षेत्र प्रतिनिधि रहे केएल शर्मा अमेठी पहुंच गए हैं. अमेठी पहुंचे केएल शर्मा ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं. केएल शर्मा का कहना है कि सभी कांग्रेस कार्यकर्ता 3 मई के लिए तैयार हैं. उन्होंने अमेठी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा है कि 3 मई को पार्टी उम्मीदवार का नामांकन होगा. 3 मई ही नामांकन की अंतिम तारीख भी है.

वहीं, जयराम रमेश ने इन दोनों लोकसभा सीटों से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर कहा है कि सीईसी ने कांग्रेस अध्यक्ष को पूरे अधिकार दे दिए हैं कि वह इसे लेकर घोषणा करें. सीईसी ने अंतिम निर्णय लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत कर दिया है. उन्होंने यह भी कहा है कि 24 से 30 घंटे में इस पर निर्णय हो जाएगा. जयराम रमेश ने उम्मीदवार के ऐलान में देरी के सवाल पर कहा कि कोई देरी नहीं हो रही है, कोई नहीं डरा है. बातचीत चल रही है. कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकार दिया गया है और वह बातचीत कर रहे हैं.

उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या रायबरेली में बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित कर दिया है? जयराम रमेश ने कहा कि हमारे पास 3 मई तक का समय है. सलमान खुर्शीद की भतीजी के वोट जेहाद वाले बयान को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी के भतीजे-भतीजी को लेकर बोलना मेरी ड्यूटी नहीं है. जयराम रमेश ने मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को लेकर सवाल पर कहा कि मुझे नहीं लगता कि उन्होंने कुछ गलत कहा है. उन्होंने ये भी जोड़ा कि बीजेपी को अगर कोई समस्या है तो वे इसकी शिकायत कर सकते हैं.

जयराम रमेश ने कहा कि मजदूर दिवस का जिक्र करते हुए कांग्रेस के मेनिफेस्टो में मजदूरों के लिए किए गए वादे गिनाए और दावा किया कि 2014 के बाद से वास्तविक मजदूरी दर नहीं बढ़ी है. उन्होंने केंद्र सरकार के पिछले 10 साल के कार्यकाल को युवाओं के लिए अन्यायकाल बताया और कहा कि राहुल गांधी लगातार संविधान का मुद्दा उठा रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने बीजेपी और संघ पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है जब वे संविधान बदलने की बात कर रहे हैं. संघ ने संविधान मनुस्मृति के आधार पर तैयार नहीं करने का आरोप लगाया था. यह मनुवादी विचारधारा के खिलाफ है.

उन्होंने दावा किया कि 1960 में दीन दयाल उपाध्याय ने संविधान की आलोचना की थी. संविधान बदलने के आरोप पर पीएम मोदी के बयान को लेकर जयराम रमेश ने कहा कि अफवाहें संघ की ओर से फैलाई जा रही हैं. यह सही है कि प्रधानमंत्री ने ऐसा कभी नहीं कहा. यह प्रमाण दे चुका हूं कि किस तरह से संघ संविधान की आलोचना करता रहा है. उन्होंने कहा कि पीएम आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है जिसका हमारे मेनिफेस्टो में कहीं जिक्र नहीं है. चुनाव आयोग की ओर से आंकड़े में हो रही देरी को लेकर उन्होंने कहा कि यह अस्वीकार्य है. हमें उम्मीद है कि अब ऐसा नहीं होगा.

जयराम रमेश ने तंज करते हुए कहा कि वे (चुनाव आयोग) कांग्रेस की शिकायतें निपटाने में व्यस्त हैं. चुनाव आयोग से यह भी अपील करूंगा कि हमारी शिकायतें बीजेपी उम्मीदवारों के धार्मिक आधार पर वोट मांगने से संबंधित हैं. यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.

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