छत्तीसगढ़-रायपुर में पूर्व मंत्री कवासी लखमा के घर पर ईडी की दबिश, बेटे के निवास पर भी पड़ा छापा

रायपुर।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा के धरमपुरा, रायपुर स्थित निवास पर छापा मारा है. ईडी की कार्रवाई के दौरान सीआरपीएफ के जवान घर को घेरे हुए हैं.

ईडी की टीम सुबह से ही कांग्रेस नेताओं के घरों पर छापेमारी में जुटी है. इसके पहले सुकमा में कवासी लखमा के बेटे और जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी के साथ नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घरों पर ईडी की टीम ने दबिश दी थी. सूचना रायपुर पहुंचने से पहले ही कवासी लखमा के भी घर में ईडी की टीम ने दस्तक दे दी थी.

बड़ी संख्या में सीआरपीएफ जवानों की तैनाती

वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बेटे हैं। बताया जा रहा है कि शराब घोटाले में ईडी ने कुछ दिन पहले केस दर्ज किया था। शायद उसी मामले में कार्रवाई हो रही है। यह छापेमारी सुकमा और रायपुर में हो रही है। इस छापेमारी को डीएमएफ फंड स्कैम से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि ईडी इस मामले में लंबे समय से कार्रवाई कर रही है। आबकारी घोटाले में कई लोगों जेल में भी हैं। साथ ही बीतते समय के साथ जांच का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। ईडी की छापेमारी के बाद जांच का दायरा और बढ़ सकता है। कवासी लखमा छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेता हैं। वह हमेशा अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं।

ED ने शराब घोटाले में दो पूर्व मंत्री पर भी कराई थी FIR

छत्तीसगढ़ में शराब और कोयला घोटाले मामले में ED ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों सहित 100 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई थी। इनमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो, शिशुपाल का नाम शामिल हैं।

वहीं 2161 करोड़ के शराब घोटाले के मामले में ED ने ट्रिपल A यानी IAS अफसर, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को घोटाले का मास्टरमाइंड बताया था। जिसके बाद ACB इस मामले में अलग से कार्रवाई कर रही है। FIR में तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम भी FIR में शामिल है, जिन्हें हर महीने 50 लाख दिया जाता था।

FIR में शामिल तथ्यों के आधार पर आपको बताते हैं कि किस तरह नया सिंडिकेट तैयार कर इस घोटाले को अंजाम दिया गया।

तत्कालीन आबकारी मंत्री और आयुक्त को मिलते थे 50-50 लाख

ये पूरा सिंडिकेट सरकार के इशारों पर ही चलता रहा। तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी इसकी जानकारी थी और कथित तौर पर कमीशन का बड़ा हिस्सा आबकारी मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था। चार्जशीट के मुताबिक मंत्री रहे कवासी लखमा और तत्कालीन आबकारी आयुक्त निरंजन दास को 50-50 लाख हर महीने दिए जाते थे।

शराब घोटाला मामले में FIR में दर्ज नाम

    01. IAS, तत्कालीन संयुक्त सचिव (वाणिज्य एवं उद्योग विभाग छत्तीसगढ़ शासन)
    02. अनवर ढेबर
    03. अरुणपति त्रिपाठी (प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमीटेड)
    04. मेसर्स रतनप्रिया मिडिया प्राईवेट लिमीटेड
    05. कवासी लखमा (तत्कालीन आबकारी मंत्री)
    06. निरंजनदास (आई.ए.एस. तत्कालीन आबकारी आयुक्त)
    07. जनार्दन कौरव (तत्कालीन सहायक जिला आबकारी अधिकारी)
    08. अनिमेष नेताम (तत्कालीन उपायुक्त आबकारी)
    09. विजय सेन शर्मा (तत्कालीन उपायुक्त आबकारी)
    10. अरविंद कुमार पटले (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)
    11. प्रमोद कुमार नेताम (तत्कालीन सहायक कमिशनर आबकारी)
    12. रामकृष्ण मिश्रा (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)
    13. विकास कुमार गोस्वामी (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)
    14. इकबाल खान (तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी)
    15. नीतिन खंडुजा (तत्कालीन सहायक जिला आबकारी अधिकारी)
    16. नवीन प्रताप सिंग तोमर (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)
    17. मंजु कसेर (तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी)
    18. सौरभ बख्शी (तत्कालीन सहायक आयुक्त)
    19. दिनकर वासनिक (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)
    20. आशीष वास्तव (तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त आबकारी)
    21. अशोक कुमार सिंह (तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी)
    22. मोहित कुमार जायसवाल (जिला आबकारी अधिकारी)
    23. नीतू नोतानी (उपायुक्त)
    24. रविश तिवारी (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)
    25. गरीबपाल दर्दी (आबकारी अधिकारी)
    26. नोहर सिंह ठाकुर (आबकारी अधिकारी)
    27. सोनल नेताम (सहायक आयुक्त आबकारी विभाग)
    28. अरविंद सिंह
    29. अनुराग द्विवेदी (मेसर्स अनुराग ट्रेडर्स)
    30. अमित सिंह (मेसर्स अदीप एग्रोटेक प्राईवेट लिमिटेड)
    31. नवनीत गुप्ता
    32. पिंकी सिंह (प्रोप्राईटर अदिप एम्पायर्स)
    33 विकास अग्रवाल उर्फ सुब्बू
    34. त्रिलोक सिंह, ढिल्लन (मेसर्स ढिल्लन सिटी मॉल प्राईवेट लिमीटेड)
    35. यश टुटेजा (निवासी कटोरा तालाब रायपुर)
    36. नितेश पुरोहित, गिरीराज होटल, रायपुर
    37. यश पुरोहित, गिरीराज होटल, रायपुर
    38. अभिषेक सिंह, डायरेक्टर मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक प्राईवेट लिमीटेड
    39. मनीष मिश्रा, मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक प्राईवेट लिमीटेड
    40. संजय कुमार मिश्रा, सी.ए. मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक प्राईवेट लिमीटेड
    41. अतुल कुमार सिंह श्री ओम साईं, बेवरेजेस प्राईवेट लिमीटेड
    42. मुकेश मनचंदा, श्री ओम साई बेवरेजेस प्राईवेट लिमीटेड
    43. विजय भाटिया, भिलाई
    44. अशीष सौरभ केडिया, मेसर्स दिशिता वेंचर्स प्राईवेट लिमीटेड
    45. मेसर्स छ.ग. डिस्टलरीस प्राईवेट लिमीटेड
    46. मेसर्स भाटिया वाईन एवं मर्चेंटस प्राईवेट लिमीटेड
    47. मेसर्स वेलकम डिस्टलरीस
    48. सिद्धार्थ सिंघानिया, मेसर्स सुमीत फैसलिटीस लिमीटेड एवं टॉप सिक्योरिटीस फैसलिटीस मैनेजमेंट
    49. बच्चा राज लोहिया मेसर्स इगल हंटर सॉल्युशन लिमीटेड एवं पार्टनर
    50. मेसर्स अलर्ट कमाण्डों प्राईवेट लिमीटेड एवं पार्टनर
    51. अमित मित्तल, मेसर्स ए टू जेड प्राईवेट लिमिटेड
    52. उदयराव मेसर्स ए टू जेड प्राईवेट लिमीटेड का मैनेजर
    53 मेसर्स प्राईम वन वर्क फोर्स
    54. लक्ष्मीनारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल निवासी भिलाई
    55. विधु गुप्ता, प्रीज्म होलोग्राफी एवं सिक्योरिटीस प्राई लिमी.
    56. दीपक दुआरी
    57. दिपेन चावडा
    58. मेसर्स प्राईम डेव्हलपर्स
    59. मेसर्स ए ढेबर बिल्डकॉन
    60. मेसर्स ए. जे. एस. एग्रोट्रेड प्राईवेट लिमीटेड
    61. सफायर इस्पात के मालिक श्री उमेर ढेबर एवं श्री जुनैद ढेबर
    62. अख्तर ढेबर
    64. अशोक सिंह
    65. सुमीत मलो
    66. रवि बजाज
    67. विवेक ढांढ, निवासी जी. ई. रोड रायपुर
    68. अज्ञात कांग्रेस के पदाधिकारीगण
    69. अन्य आबकारी अधिकारीगण
    70. विकास अग्रवाल के साथीगण के अज्ञात नाम भी शामिल हैं।

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