कलेक्टर का छतरपुर हिंसा के बाद बड़ा ऐक्शन, 16 लोगों का गन लाइसेंस रद्द; एक और तैयारी
छतरपुर
छतरपुर शहर की कोतवाली में पथराव के बाद जिला प्रशासन ने बड़ा ऐक्शन लिया है। इस मामले के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली का करोड़ों का मकान पहले ही जमींदोज किया जा चुका है। इस मामले में अब छतरपुर कलेक्टर ने भी थाने में हमला करने वाले आरोपियों पर एक बड़ी कार्रवाई की है। मामले में 16 आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिए गए हैं। यह कार्रवाई छतरपुर पुलिस के प्रतिवेदन पर की गई है। इन दो कार्रवाइयों के बाद प्रशासन ने एक और बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर चुका है।
क्या है वजह
बताया जा रहा है कि ये सभी 16 आरोपी थाने में पत्थरबाजी के मामले में शामिल थे। इसके बाद पुलिस ने चिन्हित किया और अब छतरपुर कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने एक आदेश जारी करते हुए 16 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं।
छतरपुर हिंसा के मामले में जिला प्रशासन बेहद सख्त कार्रवाई कर रहा है। प्रशासन सीधे तौर पर यह संदेश देना चाहता है कि इस मामले में जो भी आरोपी हैं उन्हें किसी भी तरह से छोड़ा नहीं जाएगा। इस मामले में जिन आरोपियों पर मामला दर्ज है, उन पर भी आगे कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। जल्दी पुलिस एक बड़ा एक्शन ले सकती है फिलहाल शहजाद अली के मकान को ढेर करने के बाद छतरपुर कलेक्टर के द्वारा 16 शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने से आम जनता बेहद खुश है। जिला प्रशासन की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं।
एक और बड़े ऐक्शन की तैयारी में प्रशासन
कोतवाली में हमले के मामले में पुलिस अब एक और बड़ा ऐक्शन लेने का मन बना रही है। बताया जा रहा है कि इस केस में जिन्हें मुख्य आरोपी बनाया गया था अगर वो हाजिर नही होते हैं तो जल्द ही उन सभी का बैंक अकाउंट सीज किया जाएगा। इस केस में मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली अभी भी फरार चल रहा है।
मामले में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एंट्री
बता दें कि आज बाबा बागेश्वर छतरपुर में हिन्दू एकता पद यात्रा को लेकर सर्व समाज की बैठक में शामिल होने के लिए आए हुए थे। उन्होंने पत्थरबाजी पर बयान देते हुए कहा कि जो कुछ भी हुआ वह अशिक्षा का अभाव की वजह से हुआ। जो शिक्षित होता है वह संवाद करता है और अशिक्षित विवाद करता है। बाबा बागेश्वर ने कहा कि भारत को बांग्लादेश और श्रीलंका बनाने की कोशिश ना करें। यह प्रदेश शांति का है। अगर आप गलत करोगे तो छत से ही जुदा हो जाओगे। उनके इस बयान के बाद विरोधियों को फिर से मिर्ची लगी है।
आरोपियों के लाइसेंस रद्द
वहीं, छतरपुर से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है कि प्रशासन ने पत्थर बाजों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर जबरदस्त एक्शन लिया है। डीएम पार्थ जैसवाल ने 16 शस्त्र लाइसेंस को निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई कोतवाली कांड में शामिल 16 आरोपियों के नाम जारी बंदूक लाइसेंस पर हुई है। एसपी अगम जैन के प्रतिवेदन पर डीएम ने यह आदेश जारी किए। एक साथ 16 शस्त्र लाइसेंस निलंबित होने से अपराधियों में हड़कंप मचा हुआ है। फिलहाल,देखना होगा कि अब इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है?