सैचुरेटेड फैट खाद्य पदार्थों के खतरे: दिल की बीमारियों और स्वास्थ्य पर प्रभाव
सैचुरेटेड फैट का इस्तेमाल आजकल काफी ज्यादा हो रहा है, ये हमें कुकिंग ऑयल, बटर और तमाम तरह के प्रोसेसेस्ड फूड के जरिए मिलता है. भारत के मशहूर न्यूट्रीशन एक्सपर्ट निखिल वत्स (Nikhil Vats) के मुताबिक अगर आप सेचुरेटेड फैट का अधिक मात्रा में सेवन करेंगे तो इससे सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. ये नुकसान हमारी जीवनशैली और सेहत पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं. आइए जानते हैं कि हमें इस तरह के फैट से क्यों दूर रहना चाहिए.
सैचुरेटेड फैट के नुकसान
1. दिल की बीमारियां
सैचुरेटेड फैट का अधिक सेवन करने से हार्ट डिजीज का रिस्क बढ़ सकता है. इससे हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है और कोलेस्ट्रॉल के लेवल में भी इजाफा हो सकता है, जो आगे चलकर हार्ट अटैक और मौत का कारण भी बन सकता है.
2. मोटापा
सैचुरेटेड फैट का अधिक सेवन करने से मोटापा बढ़ सकता है, जो तमाम तरह की बीमारियों की जड़ है. इस फैट में हाई कैलोरी होता है और वजन बढ़ाता है जिससे न सिर्फ आपका ओवरऑल शेप बिगड़ता है, बल्कि ये हेल्थ पर नेगेटिव इफेक्ट डालता है.
3. डायबिटीज
सैचुरेटेड फैट के अधिक सेवन से डायबिटीज के खतरे में इजाफा हो सकती है. ये इन्सुलिन के रिजिस्टेंस को बढ़ा सकता है, जिससे तबीयत बिगड़ने का खतरा रहता है. भारत में काफी लोग सैचुरेटेड फैट वाले फूड्स खाते हैं, यही वजह है कि आज हमारा देश मधुमेह की राजधानी बन चुका है.
4. पाचन संबंधी समस्याएं
सैचुरेटेड फैट का अधिक सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि एसिडिटी, अपच, और कब्ज. ये आहार हमारी आंतों को नुकसान पहुंचाता है और डाइजेस्टिव प्रॉसेस में रुकावट डाल सकता है.
5. शारीरिक संरचना के नुकसान
सैचुरेटेड फैट का अधिक सेवन करने से हड्डियों और नर्वस की स्वस्थ संरचना पर भी असर पड़ सकता है. यह हड्डियों को कमजोर बना सकता है और आर्थराइटिस और अन्य मांसपेशियों संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है.