सुकमा में नक्सली और जवानों के बीच‌ मुठभेड़, एक माओवादी हुआ ढेर

सुकमा

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से नक्सलियों से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सुकमा जिले के जंगलों में जवानों और नक्सलियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में एक नक्सली की मारे जाने की खबर है। इस पूरी घटना की पुष्टि एसपी किरण चौहान ने की है। बताया जा रहा है कि सुकमा जिले के बुर्कलंका इलाके में डीआरजी के जवान सर्चिंग पर निकले हुए थे। जहा बुर्कलंका में कोंटा एरिया कमेटी के नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। जिसके बाद डीआरजी के जवानों को चिन्हित जगह पर रवाना किया गया था। जवानों को आता देख नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाब में जवानों ने भी नक्सली ऊपर गोली चलाई, जिसमें जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जवानों के द्वारा की गई फायरिंग में एक नक्सली ढेर हो गया है। इलाके में सर्चिंग अभी आज तेज कर दिया गया है।‌ वही जवानों ने मृतक नक्सली का शव को बरामद कर लिया है। बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ करीब सुबह 5 बजे हुई है। जंगल से जवानों ने बड़ी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद कर लिया है। अभी तक जवान जंगल में ही मौजूद हैं। 

शुक्रवार को नक्सलियों ने की थी 2 ग्रामीण की हत्या

बीते शुक्रवार को सुकमा जिले के गांव में नक्सलियों के द्वारा हमला करते हुए पुलिस का मुखबिर बताते हुए दो ग्रामीण की हत्या कर दी थी। नक्सलियों ने ग्रामीण की हत्या कर गांव को लोगों को पुलिस से दूर रहने की धमकी भी दी थी। वहीं इस हत्या के बाद पुलिस के द्वारा इलाके की छानबीन की गई, लेकिन तब तक नक्सली भाग निकले थे। 

दंतेवाड़ा सीमा पर नक्सलियों से हुई मुठभेड़, जवानों ने नक्सलियों का कैंप किया तबाह
बस्तर

 बीजापुर और दंतेवाड़ा की सीमा पर नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई. जवानों ने नक्सलियों की मांद में घुसकर उनके कैंप को तबाह कर दिया. डीआरजी फोर्स आम दिनों की तरह सर्चिंग पर निकली थी. जवानों को सूचना मिली की बीजापुर और दंतेवाड़ा के बार्डर एरिया में 70 से 80 नक्सली कैंप में बैठक कर रहे हैं. सूचना मिलने के बाद जवानों की टीम ने जंगल के उस इलाके को घेर लिया. जवानों की टीम जैसे ही नक्सलियों के कैंप के पास पहुंची माओवादियों ने गोलीबारी शुरु कर दी.

जवानों ने नक्सलियों का कैंप किया ध्वस्त: डीआरजी और स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने माओवादियों के हमले का माकूल जवाब दिया. जवानों की घेराबंदी में फंसे नक्सली किसी तरह से मौके से भाग निकले. जवानों ने सर्च अभियान के बाद देखा कि माओवादियों ने छिपने के लिए कैंप बना रखा था. जवानों ने तुरंत नक्सलियों के कैंप को तबाह कर दिया. इलाके में जवानों की ओर से सघन सर्चिंग भी जारी है.

    बीजापुर और दंतेवाड़ा के जिला रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स और सीआरपीएफ की विशिष्ट कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन की टीम मंगलवार को शुरू किए गए नक्सल विरोधी अभियान का हिस्सा थी. बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर पिड़िया और इटावर गांवों की पहाड़ियों में प्रतिबंधित सीपीआई माओवादी की गंगालूर क्षेत्र समिति के 70-80 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के बाद ऑपरेशन शुरू किया गया. गश्ती दल की उपस्थिति को भांपते हुए माओवादियों ने इटावर गांव के पास अंधाधुंध गोलीबारी की. सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई के बाद वे भाग गए. लेंड्रा-कोरचोली गांवों के जंगल के पास एक और मुठभेड़ हुई जब सुरक्षा बल लौट रहे थे तब माओवादी शिविर का भंडाफोड़ किया गया. माओवादी कैंप से वर्दी और सोलर लाइट के अलावा बहुत सारी दवाएं भी मिली. टीम ने जब मौके पर जाकर देखा तो खून के निशान वहां मिले. हमारी ओर से हुई गोलीबारी में कई नक्सली जख्मी हुए हैं. – जितेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक, बीजापुर

बस्तर में चल रहा नक्सल विरोधी अभियान: बस्तर में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान में जवानों को लगातार सफलता मिल रही है. एक तरफ जहां नक्सली मुठभेड़ में ढेर हो रहे हैं वहीं नक्सली डर से सरेंडर भी कर रहे हैं. बस्तर के घने जंगल जो नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता था वहां भी जवान अब अपना कैंप बनाकर नक्सलियों को उखाड़ फेंकने के लिए आगे बढ़ रहे हैं.

 

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