घर में रखें ये यंत्र और बदलें अपनी किस्मत: सफलता के लिए अचूक उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य यंत्र को सभी नव ग्रहों से उच्चतम सूर्य ग्रह से जोड़ कर देखा गया है. इसमें सूर्य ग्रह की लगभग सभी विशेषताएं पाई जाती है. यही वजह है कि सूर्य यंत्र को घर में रखने से ना केवल बिजनेस में बल्कि नौकरी में तरक्की देखने को मिलती है. आइए विस्तार में जानें कि सूर्य यंत्र व्यक्ति के जिंदगी में कैसा प्रभाव डाल सकती है!

सूर्य यंत्र के फायदे

सूर्य ग्रहों के राजा माने जाते हैं. यदि यह किसी व्यक्ति की कुंडली में मजबूत हो तो उस व्यक्ति को जीवन में तरक्की हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता. उस व्यक्ति को अपने जीवन में भाग्य का भरपूर साथ मिलने लगता है. सूर्य की मजबूत स्थिति व्यक्ति को जीवन में धनवान तो बनाती ही है साथ ही समाज में उसका मान और सम्मान भी बढ़ता है.

सूर्य यंत्र के फायदे

वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के भाग्य को प्रबल बनाना है तो उसे अपने घर या कारोबार वाली जगह पर सूर्य यंत्र रखना चाहिए, जो कि उसके जिदंगी में काफी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, आइए जाने कैसे!?

क्या है सूर्य यंत्र

वास्तु शास्त्र के अनुसार सूर्य यंत्र के दर्शन मात्र से ही इसका लाभ मिलना निश्चित हैं. सूर्य यंत्र को घर में इसलिए स्थापित करते हैं ताकि सूर्य ग्रह की शुभता विशेष रूप से हासिल हो सके. यदि कुंडली में सूर्य की अशुभ स्थिति हो तो इसी सूर्य यंत्र की पूजा कर इसे ठीक किया जा सकता है.

भाग्य को मजबूत करता है सूर्य यंत्र

यदि व्यक्ति को अपने भाग्य को प्रबल बनाना है तो उसे सूर्य यंत्र का इस्तेमाल करना चाहिए. यदि मेहनत के बाद भी व्यक्ति के काम नहीं बन पाते हैं तो उसे घर में सूर्य यंत्र को स्थापित कर पूजा करनी चाहिए जिसके बाद उसे भाग्य का साथ मिलने लगेगा.

जॉब में होगी तरक्की

यदि मेहनत के बावजूद नौकरी में तरक्की हासिल नहीं हो पा रही है तो अपने दफ्तर की टेबल पर जहां काम करते हैं वहां पर सूर्य यंत्र रखें. प्रतिदिन इसकी ऑफिस
पहुंचते ही पूजा करें और फिर तरक्की आपके कदम चूमने लगेंगी.

कारोबार में मिलेगा मुनाफा

यदि कोई व्यक्ति नया बिजनेस शुरू करने की सोच रहा है तो उसे ऑफिस में वर्क प्लेस पर सूर्य यंत्र स्थापित कर काम शुरू करने से पहले प्रतिदिन उसकी पूजा करनी चाहिए. इससे बिजनेस में मुनाफा होना निश्चित हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button