लग्जरी घरों की बिक्री 2024 की पहली छमाही में बढ़कर कुल सेल्स का 41 प्रतिशत हुई
नई दिल्ली
भारत के लग्जरी रियल एस्टेट मार्केट में तेजी देखने को मिल रही है। इसकी वजह अर्थव्यवस्था में तेज विकास दर होना है, जिसके कारण देश में लग्जरी घरों की मांग में इजाफा हो रहा है।
प्रॉपर्टी कंसलटेंट फर्म नाइट फ्रैंक की ओर से जारी 'इंडिया रियल एस्टेट: रेजीडेंशियल और ऑफिस (जनवरी-जून 2024)' रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल देश में लग्जरी घरों की बिक्री में बड़ा इजाफा देखने को मिल रहा है। 2024 की छमाही में एक करोड़ रुपये से ऊपर के घरों की बिक्री कुल बिक्री का 41 प्रतिशत रही है। यह आंकड़ा 2023 की समान अवधि में 30 प्रतिशत था।
2024 की पहली छमाही में देश के आठ बड़े शहरों जिसमें मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरू, पुणे और हैदराबाद शामिल हैं, वहां घरों की बिक्री में पिछले वर्ष के मुकाबले 11 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। इस अवधि में कुल 1,73,241 घरों की बिक्री हुई है, जो कि 11 वर्षों का उच्चतम स्तर है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 के पहले छह महीने में कुल घरों की बिक्री का 27 प्रतिशत बजट घर थे, जबकि 2023 की समान अवधि में यह आंकड़ा 32 प्रतिशत था।
मुंबई देश का सबसे बड़ा रेजिडेंशियल मार्केट है। यहां 47,259 घरों की बिक्री हुई है। पिछले साल की अपेक्षा देश की आर्थिक राजधानी में एक करोड़ रुपये से अधिक के घरों की मांग में 117 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इस दौरान बिक्री में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली थी।
वहीं, दिल्ली एनसीआर में 28,998 यूनिट्स और बेंगलुरु में 27,404 यूनिट्स की बिक्री हुई है। कुल घरों की बिक्री में इन तीन शहरों की हिस्सेदारी 59 प्रतिशत है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक – अनुसंधान, सलाहकार, बुनियादी ढांचा और मूल्यांकन, गुलाम जिया ने कहा कि चालू वर्ष के पहले छह महीने में 1,73,000 यूनिट्स से ज्यादा की बिक्री पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा है। प्रीमियम कैटेगरी में तेजी से इजाफा हो रहा है। यह 2018 की पहली छमाही में 18 प्रतिशत था, जो कि 2024 की छमाही में बढ़कर 34 प्रतिशत हो गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ने के कारण हमें लगता है कि आने वाले समय में भी बिक्री में बढ़त जारी रहेगी।