मोहन कैबिनेट की बैठक हुई संपन्न,किसानों को मिली बड़ी राहत,इन प्रस्ताव को मिली मंजूरी

भोपाल

 मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के बाद आज बुधवार को राजधानी भोपाल में सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में ई-विधानसभा के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है।इसके लिए छात्रों की छात्रवृत्ति, नई सिंचाई परियोजनाओं के साथ कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।

मंत्रिमंडल के द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दी। उन्होंने बताया कि 14 जुलाई को इंदौर में वृहद वृक्षारोपण किया जाएगा, जिसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह शामिल होंगे। एक साथ एक स्थान पर 11 लाख पौधे लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे।

इन प्रस्तावों को लग सकती है मुहर

    कैबिनेट बैठक में मध्यप्रदेश विधानसभा के ई-विधान प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। इसके तहत विधानसभा को हाईटेक और पेपरलेस किया जाएगा, जिसमें 23 करोड़ खर्च होंगे। इसके तहत 60 प्रतिशत केन्द्र सरकार और 40 फीसदी राज्य सरकार राशि खर्च करेगी। डिजिटल इंडिया, ग्रीन गवर्नेंस की ओर कदम बढ़ाया गया है।

    इसमें एनआईसी द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा और विधायकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।इसके तहत विधानसभा में सभी काम ऑनलाइन होंगे। सदस्यों को सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूछे जाने वाले प्रश्न भी आनलाइन स्क्रीन पर दिखाई देंगे। सभी सदस्यों के टेबल पर स्क्रीन लगाई जाएगी। इसको लेकर संसदीय कार्य मंत्रालय, विधानसभा सचिवालय और संसदीय कार्य विभाग के बीच अनुबंध भी हो चुका है।

    प्रदेश में 55 पीएम एक्सीलेंस कॉलेज खुलेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इंदौर से इसका शुभारंभ करेंगे।

    मध्य प्रदेश सरकार अपना स्वयं का विमान खरीदेगी। अभी फिलहाल किराए पर विमान लिया जा रहा है। सरकार एक्सपर्ट की राय के बाद कनाडा की बमबार्डियर कंपनी से जेट विमान खरीदेगी। जिसकी कीमत 233 करोड़ रुपये होगी।

    नर्मदाजल के अधिकतम उपयोग में तेजी से कदम, अधिकतम उपयोग के लिए योजनाओं को मंजूरी दी गई है।

    सांवेर जेल का निर्माण हाउसिंग बोर्ड के बजाय पीडब्ल्यूडी करेगा। 217 करोड रुपए की स्वीकृति दी गई है। सीमा से ज्यादा कैदी होने की वजह से जेल बनाई जा रही है। इंदौर की जेल सांवेर में शिफ्ट हो जाएगी।

    घुमंतू विद्यार्थियों को अनुसूचित जनजाति विभाग के जरिए कम छात्रवृत्ति मिलती थी लेकिन अब घुमंतू और अर्ध घुमंतु छात्रों को भी बराबर छात्रवृत्ति मिलेगी।राशि बढ़ाने का फैसला।

    7 बड़ी सिंचाई परियोजनाओं की कैबिनेट में स्वीकृति दी गई है। ये कुल 9271 करोड़ की योजनाएं हैं।

    सीधी में बोकारो सिंचाई परियोजना को भी स्वीकृति मिली है। 46 करोड़ की परियोजना है।11 गांव के 10 लाख से अधिक कृषकों को लाभ मिलेगा

 

मोहन सरकार खरीदेगी बॉम्बार्डियर चैलेंजर 3500

मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर के चैलेंजर 3500 विमान को खरीदने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश सरकार के पास 2021 से कोई विमान नहीं था। तब से ही नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जो अब पूरी हो चुकी है। दो कंपनियों ने अपने प्रस्ताव दिए थे। इसमें से चैलेंजर 3500 का प्रस्ताव एल-1 कैटेगरी में चुना गया है।   

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में  हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। मध्य प्रदेश सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर इंक के चैलेंजर 3500 मॉडल को 233 करोड़ रुपये में खरीदने का फैसला किया है। दरअसल, छह मई 2021 को ग्वालियर मैं लैंडिंग के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कंपनी ने उस विमान को 'बियॉन्ड रिपेयर' करार दिया। यानी उसकी मरम्मत नहीं हो सकती थी। उसके बाद से राज्य सरकार के पास कोई विमान नहीं था और नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इस दौरान कनाडा की कंपनी की बोली सबसे कम रही। साथ ही निविदा शर्तों में जो आवश्यकताएं बताई गई हैं, उसे चैलेंजर 3500 पूरी करता है।

20 माह में आएगा नया विमान
नया चैलेंजर 3500 विमान 20 माह में मिलेगा। सरकार की आवश्यकता के अनुसार कंपनी इस विमान को आठ सीटर बना रही है। इसकी कीमत 233 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसका मतलब यह है कि डॉ. मोहन यादव को अगले 20 माह किराये के विमान में ही उड़ान भरनी होगी।

चैलेंजर 3500 के बारे में
चैलेंजर 3500 अपनी श्रेणी में सबसे अधिक एडवांस तकनीक से बना है। इसमें इंडस्ट्री का पहला वॉयस-कंट्रोल्ड केबिन और नए जमाने की सीटें लगी हैं। चैलेंजर 3500 विमान स्थिरता, प्रदर्शन और विश्वसनीयता का बेहतरीन मिश्रण प्रदान करता है, जिसके सहारे आप किसी भी मौसम में लंबी उड़ान भर सकते हैं।  

बेहतरीन केबिन अनुभव
चैलेंजर 3500 बेहतरीन केबिन अनुभव प्रदान करता है। इसे 2022 रेड डॉट के बेस्ट ऑफ बेस्ट प्रोडक्ट डिजाइन से भी पुरस्कृत किया जा चुका है। यह विमान के इंटरनेशनल लेवल पर बेहतरीन होने की पुष्टि करता है।

4,850 फीट से 41 हजार फीट तक जमीन का अहसास
इस विमान की खासियत यह है कि 4,850 की कम से कम ऊंचाई और 41 हजार फीट की अधिकतम ऊंचाई पर भी यह जमीन पर होने का अहसास देता है। एयर सर्कुलेशन की तकनीक ऐसी है कि सिर्फ दो मिनट में यह ताजा हवा से केबिन को भर देता है। इससे यात्रियों के लिए ताजगी भरा अहसास बना रहता है। इसके बाद भी केबिन में कोई शोर सुनाई नहीं देगा। इसे इस सेग्मेंट में उपलब्ध सभी विमानों में सबसे स्मार्ट केबिन कहा गया है, जहां वायरलेस चार्जिंग से लेकर अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

 

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