इंदौर जेल में कैदी ने फांसी लगाई, प्राण प्रतिष्ठा में व्यस्त था स्टाफ

इंदौर

 

इंदौर की सेन्ट्रल जेल में एक विचाराधीन कैदी ने सुसाइड कर लिया। संदिग्ध हालत में उसे जेल प्रहरी एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचा। जेल प्रशासन के मुताबिक अनिल ने दो नंबर बैरक में बनी बाथरुम में पीछे चादर से फांसी लगा ली। घटना सोमवार की है, तब अफसर राम जन्मभूमि कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त थे। एमजी रोड पुलिस ने मामले में मर्ग कायम किया है। कैदी का पोस्टमार्टम कराया गया।

 कैदी के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। आरोपित पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद था।

पुलिस के मुताबिक कैदी अनिल निवासी महूनाका है। सोमवार को पूरे देश में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन चल रहा था। जेल में भी कैदियों और अफसरों ने शुभ अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया था। जब कैदी कार्यक्रम देख रहे थे को अनिल बैरक में गया और चादर का फंदा बनाकर बाथरुम में फांसी पर लटक गया।अन्य कैदियों ने उसे देखा और फांसी से नीचे उतारा। अनिल को पहले जेल के डाक्टरों ने देखा लेकिन बाद में एमवाय अस्पताल रवाना कर दिया गया। सोमवार शाम प्रहरी महेंद्र गोयल एमवाय अस्पताल लेकर गया था।

पत्नी का गला रेतने का आरोप, मां भी जेल में बंद

जेल अफसरों के मुताबिक अनिल ने पिछले साल जुलाई में पत्नी की गला रेता था। उसने दो नंबर बैरक में फांसी लगाई है। अनिल के साथ उसकी मां भी जेल में बंद है।

परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में 65 वर्षीय रमेश उपाध्याय की गाड़ी से गिरने से मौत हो गई। संभवत: उन्हें अटैक आया था। पुलिस ने मर्ग कायम किया है। पुलिस के मुताबिक घटना सोमवार की राजकुमार ब्रिज की है। रमेश जिला कोर्ट में नोटरी का काम करते थे। वह पीर गली स्थित घर से मोपेड़ से जा रहे थे। राजकुमार ब्रिज पर अचानक गाड़ी सहित गिर गए। लोगों ने एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा लेकिन उनकी मौत हो गई। साइलेंट अटैक से इससे पूर्व भी कई लोगों की मौत हो चुकी है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button