रेलवे ने विनेश और बजरंग पूनिया को दी बड़ी राहत, इस्तीफा स्वीकार, अब चुनाव लड़ने का रास्ता हुआ साफ
नई दिल्ली
भारतीय रेलवे ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। जिसके बाद विनेश के लिए चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया। कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में विनेश फोगाट को जुलाना सीट से मैदान में उतारा है।चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, जब तक विनेश फोगाट का इस्तीफा रेलवे द्वारा मंजूर नहीं किया जाता और उन्हें एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं दिया जाता, तब तक वे चुनाव नहीं लड़ सकती थी। अब रेलवे ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली है।
दोनों पहलवानों ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने दो प्रसिद्ध पहलवानों, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। इन पहलवानों ने पहले अपनी रेलवे की नौकरी से तुरंत इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद रेलवे ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। अब रेलवे ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली है। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, जब तक विनेश फोगाट का इस्तीफा रेलवे द्वारा मंजूर नहीं किया जाता और उन्हें NOC नहीं दिया जाता, तब तक वे चुनाव नहीं लड़ सकती हैं। उत्तर रेलवे ने कारण बताओ नोटिस इसलिए जारी किया था क्योंकि रेलवे के रिकॉर्ड में वे अभी भी सरकारी कर्मचारी थे। लेकिन अब उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है, जिससे वे चुनाव में भाग ले सकती हैं।
विनेश फोगाट को जुलाना से टिकट
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में विनेश फोगाट को जुलाना विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। दूसरी ओर, बजरंग पूनिया चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्हें भारतीय किसान कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया है। रेलवे द्वारा इस्तीफा स्वीकार करने के बाद, विनेश फोगाट के चुनाव लड़ने का रास्ता अब साफ हो गया है।
इस्तीफे का कारण
विनेश फोगाट ने रेलवे को भेजे अपने इस्तीफे में बताया था कि वे रेलवे के लेवल-7 के तहत ओएसडी/स्पोर्ट्स के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पारिवारिक और व्यक्तिगत कारणों के चलते वे अपने कर्तव्यों को सही तरीके से निभाने में असमर्थ हैं। रेलवे द्वारा उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है, जिसके बाद अब वे पूरी तरह से चुनावी राजनीति में सक्रिय हो सकती हैं। इससे पहले, जब तक इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाता और एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं मिलता, तब तक चुनाव लड़ने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकती थी। अब विनेश फोगाट को चुनावी राजनीति में पूरी तरह से शामिल होने की अनुमति मिल गई है।