गाजा के रफह शहर में हमले की चपेट में आने से संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करने वाले सेवानिवृत्त भारतीय कर्नल की मौत

गाजा
गाजा के रफह शहर में हमले की चपेट में आने से संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करने वाले सेवानिवृत्त भारतीय कर्नल की मौत हो गई। सात अक्टूबर को इजराइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद संयुक्त राष्ट्र के किसी अंतरराष्ट्रीय कर्मी की मौत का यह पहला मामला बताया जा रहा है। साल 2022 में भारतीय सेना से समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेने वाले कर्नल वैभव अनिल काले दो महीने पहले संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग (डीएसएस) में सुरक्षा समन्वय अधिकारी नियुक्त किए गए थे। उन्होंने भारतीय सेना में 11 जम्मू-कश्मीर राइफल्स में सेवाएं दी थीं। संयुक्त राष्ट्र के वाहन में रफह स्थित यूरोपियन अस्पताल जाते समय हुई इस घटना में डीएसएस का एक अन्य कर्मचारी घायल हो गया।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं सुरक्षा विभाग (डीएसएस) के एक कर्मचारी की मौत और एक अन्य डीएसएस कर्मचारी के घायल होने पर गहरा दुख जताया। महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र कर्मियों पर सभी हमलों की निंदा की और जांच का आह्वान किया। गुतारेस ने जान गंवाने वाले कर्मचारी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। बयान में कहा गया है, “गाजा में न केवल नागरिकों पर बल्कि मानवीय सहायता कार्यकर्ताओं पर भी संघर्ष का भारी असर हो रहा है।

महासचिव ने एक बार फिर तत्काल मानवीय युद्धविराम और सभी बंधकों की रिहाई की अपील की है।” गुतारेस ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि गाजा में संयुक्त राष्ट्र के वाहन पर हमला किया गया, ‘हमारे एक सहयोगी की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।' उन्होंने कहा कि गाजा में संयुक्त राष्ट्र के 190 से ज्यादा कर्मचारियों की मौत हुई है।

 

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