खुलासा : धरती पर हमारे साथ रह रहे एलियन, दोस्तों से मिलने यूएफओ से आते हैं?

वॉशिंगटन
 हमारा ब्रह्मांड बेहद विशाल है। इंसानों के मन में हमेशा से सवाल रहा है कि क्या सिर्फ पृथ्वी पर ही जीवन है, या दूसरे ग्रहों पर भी जीवन है। इसे लेकर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन ने हम सभी को हैरान कर दिया है। इसमें कहा गया है कि संभव है कि एलियन मनुष्यों के साथ गुप्त रूप से रह रहे हैं। सुनने में ये किसी साइंस-फिक्शन फिल्म जैसा लग सकता है। शोधकर्ताओं ने साफ कहा है कि उनका पेपर एक निश्चित दावे की जगह एक विचार प्रयोग के रूप में है। दशकों से एलियन की खोज में वैज्ञानिक लगे हुए हैं। लेकिन अभी भी इसका सही जवाब नहीं मिल पाया है।

पेपर के मूल में अनुमान लगाया गया है कि यूएफओ का देखा जाना, उन एलियन से जुड़ा हो सकता है जिन्होंने हमारे ग्रह पर खुद को छिपाने की कला में महारत हासिल कर ली है। वह हो सकता है हमारे बीच में घूम रहे हों। शोधकर्ताओं के मुताबिक ये जीव आपस में घुलने मिलने के लिए इंसानों का भेष धारण कर सकते हैं। हो सकता है कि ये पृथ्वी के भविष्य से आए हों या बुद्धिमान डायनासोर के वंशज हों। शोध में इस बात की संभावना जताई गई है कि एलियन अंडर ग्राउंड या फिर हमारे चंद्रमा पर रहे होंगे।

दोस्तों से मिलने आते हैं एलियन!

हार्वर्ड विश्वविद्यालय के मानव उत्कर्ष प्रोग्राम ने आगे कहा कि यूएफओ विदेशी अंतरिक्ष यान हो सकते हैं जो पृथ्वी पर रहने वाले अपने मित्रों से मिलने आते हैं। इस स्टडी का उद्देश्य यूएफओ देखे जाने से जुड़ा एक वैकल्पिक अपरंपरागत स्पष्टीकरण प्रदान करना था। इसने ऐसी थ्योरी बताई, जो संभवतः इनसे जुड़ी हो सकती है। शोधकर्ताओं ने पेपर में क्रिप्टोटेरेस्ट्रियल शब्द का इस्तेमाल किया है। इसका मतलब ऐसे काल्पनिक जीवों से होता है, जो इंसानों के बीच रहते हैं, लेकिन उनका किसी को पता नहीं होता।

एलियन से जुड़ी चार थ्योरी आई सामने

    पहले सिद्धांत का मानना है कि अत्यधिक उन्नत प्राचीन मानव सभ्यता, जो बाढ़ जैसी विनाशकारी प्राकृतिक आपदाओं से काफी हद तक नष्ट हो गई थी वह अभी भी किसी रूप में मौजूद हो सकती है।

    दूसरे विचार के हिसाब से एक गैर मानव समाज संभवतः जमीन के नीचे रहता है और संभवतः स्थलीय प्राणियों से विकसित हुआ है। ये प्राणी बुद्धिमान डायनासोर या वानरों जैसे दिखने वाले होमिनिड के वंशज हो सकते हैं।

    तीसरे विचार के मुताबिक एलियन चंद्रमा या किसी और ग्रह पर विकसित हुए और वहां से धरती पर आ गए। ये प्राणी मानव समाज में रहते हुए लोगों की नजरों से छिपे रह सकते हैं।

    चौथी थ्योरी के मुताबिक ये प्राणी पृथ्वी पर रहने वाले स्वर्गदूतों से मिलते जुलते हैं, जिनका मनुष्यों से तकनीक की जगह जादुई संबंध है। जैसे परियों या बौनों की कहानियों में सुना होगा।

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