विद्यार्थियो ने दी ओलंपियाड की परीक्षा
बड़वानी
राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा बड़वानी में जिला स्तरीय ओलंपियाड परीक्षा का आयोजन किया गया । इसमें बड़वानी जिले के सातों विकासखंड के विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 वीं तक अध्ययनरत 2100 बच्चों ने भाग लिया । ओलंपियाड परीक्षा हेतु बच्चों का चयन जन शिक्षा केंद्र स्तरीय ओलंपियाड परीक्षा के माध्यम से किया गया है। जिसमें जिले के 14000 बच्चों ने सहभागिता की थी । इस परीक्षा में चयनित होने वाले बच्चे भोपाल में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय ओलंपियाड परीक्षा में भाग लेकर बड़वानी जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे ।
ओलंपियाड परीक्षा के आयोजन का उद्देश्य यह है कि अलग-अलग विषयों में बच्चों की दक्षता को परखा जा सके एवं विद्यालयों में अध्ययनरत प्रतिभावान विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन हो । ओलंपियाड परीक्षा का प्रश्न पत्र प्रतियोगिता परीक्षाओं की तर्ज पर बनाया गया था, जिसमें बच्चों से ओएमआर शीट पर गोले भरवा कर उत्तर अंकित कराए गए थे । बच्चों को छोटी उम्र में ही प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने का अनुभव प्राप्त हो इसके लिए यह व्यवस्था की गई थी । ओलंपियाड में विजयी बच्चों को राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल की ओर से प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरित किए जाएंगे ।
जिला स्तरीय ओलंपियाड प्रतियोगिता के पर्यवेक्षण हेतु राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा श्री हरगोविंद खरे को पर्यवेक्षक के तौर पर नियुक्त किया गया है। जिन्होंने परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजन व्यवस्थाएं देखी एवं मार्गदर्शन दिया । कलेक्टर बड़वानी डॉ राहुल हरिदास फटिंग द्वारा बच्चों की ओलंपियाड में सहभागिता के लिए उत्साहवर्धन हेतु वीडियो संदेश जारी किया गया ।
उल्लेखनीय है कि ओलंपियाड परीक्षा में बड़वानी जिले के सुदूर अंचल एवं पहाड़ी क्षेत्र के बच्चे भी सम्मिलित हुए जिनमें से बहुत से बच्चों ने अपने जीवन में पहली बार बड़वानी शहर को देखा । इसके साथ ही पूरे जिले के बच्चों का आपस में मेल मिलाप भी हुआ । जिले के छोटे-छोटे बच्चों ने अत्यंत उत्साह पूर्वक ओलंपियाड परीक्षा में भाग लिया और सभी का कहना था कि इस परीक्षा को पास कर वे भोपाल में राज्य ओलंपियाड परीक्षा में अवश्य जाएंगे।
परीक्षा का निरीक्षण कलेक्टर डाॅ. राहुल फटिंग, राज्य शिक्षा केन्द्र के पर्यवेक्षक श्री हरगोविंद खरे, सी ई ओ जिला पंचायत श्री जगदीश गोमे, डी पी सी सौरभ सिंह द्वारा परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण किया गया एवं बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया।