नाग पंचमी का दिन के दिन पूजन का सबसे उत्तम मुहूर्त

सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस साल नाग पंचमी 9 अगस्त 2024, शुक्रवार को है। आमतौर पर यह त्योहार हरियाली तीज के दो दिन बाद आता है। इस पर्व में भगवान शिव, माता पार्वती व नाग देवता की पूजा की जाती है। इस साल नाग पंचमी पर सिद्ध व साध्य योग बनने से इस दिन का महत्व बढ़ रहा है।

सिद्ध व साध्य योग का महत्व- सिद्ध योग नाग पंचमी के दिन दोपहर 01 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इसके बाद साध्य योग शुरू होगा, जो कि 10 अगस्त को दोपहर 02 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगा।

पंचमी तिथि कब से कब तक : पंचमी तिथि 09 अगस्त 2024 को सुबह 12 बजकर 36 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 10 अगस्त 2024 को सुबह 03 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी।

नाग पंचमी पूजन मंत्र-

सर्वे नागाः प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले।
ये च हेलिमरीचिस्था येऽन्तरे दिवि संस्थिताः॥
ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिनः।
ये च वापीतडगेषु तेषु सर्वेषु वै नमः॥

नाग पंचमी के दिन बनने वाले चौघड़िया मुहूर्त-

लाभ – उन्नति: 07:26 ए एम से 09:06 ए एम
अमृत – सर्वोत्तम: 09:06 ए एम से 10:46 ए एम
शुभ – उत्तम: 12:26 पी एम से 02:05 पी एम

नाग पंचमी पूजा मुहूर्त: नाग पंचमी के दिन पूजन के 02 घंटे 40 मिनट का मुहूर्त सबसे उत्तम माना जा रहा है। नाग पंचमी पूजन मुहूर्त सुबह 05 बजकर 46 मिनट से सुबह 08 बजकर 26 मिनट तक रहेगा।

नाग पंचमी के दिन इन कार्यों को करने से बचें: हिंदू धर्म मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी के दिन जमीन की खुदाई करने से बचना चाहिए। इस दिन धरती पर हल भी नहीं चलाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन तवा और कढ़ाई आग पर चढ़ाना अशुभ होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button