टेस्ट में विराट की कमी, 12 साल बाद घर में लगातार 3 टेस्ट बिना जीते गुजरे, बल्लेबाजों की तकनीक पर उठ रहे सवाल

विशाखापत्तनम
भारत को इंग्लैंड के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट मैच में 28 रनों से हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम शुरुआती तीन दिनों तक मेहामानों पर हावी थी. मगर चौथे दिन उसने सारा मोमेंटम गंवा दिया. ऐसा पहली बार हुआ, जब भारतीय टीम ने अपने घर पर 100 प्लस रनों की लीड लेने वाले के बाद कोई टेस्ट मुकाबला गंवाया. भारतीय टीम इस हार के चलते पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-1 से पीछे हो गई. दोनों देशों के बीच दूसरा टेस्ट मैच 2 फरवरी से विशाखापत्तनम में खेला जाएगा.

कोहली  के बिना कमजोर दिख रही टीम

पहले टेस्ट में भारतीय टीम को विराट कोहली की साफ कमी खलती दिखी. विराट ने व्यक्तिगत कारणों से शुरुआती दो टेस्ट मैचों से हटने का फैसला किया था. कोहली की अनुपस्थिति में भारतीय टीम बिखरी सी नजर आए. कोहली की गैरमौजूदगी में केएल राहुल चौथे नंबर पर बैटिंग करने उतरे थे. राहुल ने पहली पारी में 86 रन बनाए थे, हालांकि जब गेंद थोड़ी स्पिन करने लगी तो वह दूसरी इनिंग्स में रन बनाने के लिए जूझते दिखे. दूसरी पारी में राहुल 22 रन बनाकर पार्टटाइम स्पिनर जो रूट का शिकार बने थे.

विराट कोहली के होने से भारतीय टीम का उत्साह सातवें आसामान पर रहता है. कोहली टेस्ट क्रिकेट में चौथे पोजीशन पर बैटिंग करके टीम को स्थायित्व प्रदान करते हैं. कोहली की ये भी खासियत है कि वह क्रीज पर सेट होने के बाद अपना विकेट आसानी से नहीं फेंकते और भारत को जीत की मंजिल तक पहुंचाते हैं. यदि कोहली टीम में होते तो शायद भारत मुकाबला भी जीत गया होता. किंग कोहली अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करने से भी नहीं चूकते. साथ ही वह फील्डिंग के दौरान भी प्लेयर्स में जोश भरने का काम करते हैं.

गिल-श्रेयस की तकनीक पर उठे सवाल

हैदराबाद टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों का दूसरी पारी में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा. युवा बल्लेबाज शुभमन गिल तो खाता भी नहीं खोल पाए थे. वैसे भी गिल पांच टेस्ट मैचों से कोई अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं. श्रेयस अय्यर का परफॉर्मेंस भी निराशाजनक रहा. मुकाबले में ज्यादातर भारतीय बल्लेबाज बड़े शॉट मारने के चक्कर में आउट हुए. भारतीय खिलाड़ी ओली पोप से सीख ले सकते थे, जिन्होंने 196 रनों की पारी खेली थी.

विराट कोहली को हाल ही में आईसीसी मेन्स ओडीआई क्रिकेट ऑफ द ईयर 2023 चुना गया था. कोहली ने इस पुरस्कार की रेस में हमवतन खिलाड़ियों मोहम्मद शमी और शुभमन गिल के साथ ही डेरिल मिचेल (न्यूजीलैंड) को पछाड़ दिया. देखा जाए तो कोहली चौथी बार ओडीआई क्रिकेटर ऑफ द ईयर बने. कोहली ने इससे पहले 2012, 2017 और 2018 में भी यह पुरस्कार जीता था. कोहली साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार फॉर्म में रहे थे और उन्होंने भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन (172) बनाए थे.

विराट कोहली का टेस्ट करियर
• 113 मैच, 8848 रन, 49.15 औसत
• 29 शतक, 30 अर्धशतक, 55.56 स्ट्राइक रेट
• 991 चौके, 26 छक्के

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम में बड़े बदलाव देखने को मिले थे. केएल राहुल और रवींद्र जडेजा इंजरी के चलते अगले मैच से बाहर हो गए थे. भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने सरफराज खान, सौरभ कुमार और वॉशिंगटन सुंदर को स्क्वॉड में शामिल किया है. सरफराज पहली बार भारतीय टीम में चुने गए हैं.

दूसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, यशस्वी जयसवाल, श्रेयस अय्यर, केएस भरत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जसप्रीत बुमराह (उप-कप्तान), आवेश खान, रजत पाटीदार, सरफराज खान, वॉशिंगटन सुंदर, सौरभ कुमार.

भारत- इंग्लैंड सीरीज के बाकी मैचों का शेड्यूल
2nd टेस्ट: 2-6 फरवरी, विशाखापत्तनम
3rd टेस्ट: 15-19 फरवरी, राजकोट
4th टेस्ट: 23-27 फरवरी, रांची
5th टेस्ट: 7-11 मार्च, धर्मशाला

 

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